Bhado Majhi : शहर के आदिवासी दर्शकों को इस बार दो-दो फिल्म महोत्सव देखने का मौका मिलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि दो-दो फिल्म महोत्सव आयोजित किए जा रहे हैं। एक फिल्म महोत्सव 11 से 15 अप्रैल तक चलेगा तो दूसरा पांच मई को आयोजित किया जाएगा। ऐसा नहीं है कि जमशेदपुर में पहली बार दो फिल्म महोत्सव आयोजित किए जा रहा, बल्कि पहले भी दो आयोजन होते थे, लेकिन प्रतिस्पद्र्धा और विवाद के कारण दोनों ही आयोजन एक ही दिन किए जाते थे। इस बार ऐसा नहीं है।
दोनों संथाली फिल्म महोत्सव के लिए अलग-अलग तिथियों की घोषणा करना इन दोनों ही आयोजनों के बीच की प्रतिस्पद्र्धा के समाप्त होने की ओर इशारा कर रहा है। साफ है कि अब महोत्सव के नाम पर शक्तिप्रदर्शन नहीं, बल्कि कला का प्रदर्शन होगा। पिछले साल रमेश हांसदा व सूर्य सिंह बेसरा इसी आयोजन को लेकर भिड़ गए थे, लेकिन इस बार रमेश हांसदा के नेतृत्व में हो रहा आयोजन जहां 15 अप्रैल को समाप्त हो जाएगा तो वहीं सूर्य सिंह बेसरा का आयोजन पांच मई को पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती के मौके पर किया जाएगा। 'रास्काÓ के बैनर तले होने वाले सूर्य सिंह बेसरा के फिल्म महोत्सव की तैयारियां भी शुरू हो चुकी है। बेसरा ने बताया कि पांच मई को फिल्म महोत्सव सह पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर संथाली व क्षेत्रीय फिल्मों के विकास पर भी मंथन करने के साथ एक रोडमैप तैयार किया जाएगा। उधर 'आइसफाÓ (ऑल इंडिया संथाली फिल्म एसोसिएशन) के बैनर तले होने जा रहे फिल्म महोत्सव के बारे रमेश हांसदा ने बताया कि महोत्सव में नृत्य प्रस्तुति देने हेतु ऑडिशन का कार्यक्रम शुरू हो चुका है। शीघ्र ही फिल्मों की स्क्रीनिंग भी की जाएगी। रमेश ने बताया कि फिल्म महोत्सव 11 अप्रैल को शुरू होकर 15 अप्रैल को गोपाल मैदान में भव्य आयोजन के साथ समाप्त हो जाएगा।
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पहले बेसरा-रमेश थे साथ
पहली बार जब फिल्म महोत्सव का आयोजन जमशेदपुर में किया गया तब रमेश हांसदा व सूर्य सिंह बेसरा एक ही बैनर तले इसका आयोजन करते थे, लेकिन विवाद हो जाने के कारण बाद में वे अलग हो गए। अलग होने के बाद विवाद और प्रतिस्पद्र्धा ऐसे बढ़ी कि दोनों एक ही तिथि पर एक ही आयोजन अलग-अलग जगह करने लगे। पिछली बार जमशेदपुर के कलाप्रेमी इस प्रतिद्वंद्विता के गवाह भी बने।