Tuesday, August 31, 2010

naxal jamshedpur

गुड़ाबांधा में स्कूल खोलने को महिलाओं ने की पहल

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उजाले की किरण
जमशेदपुर, नगर संवाददाता : नक्सल प्रभावित क्षेत्र गुड़ाबांधा। यहां दहशत की जुबान चलती है और गोलियों की तड़तड़ाहट से वादियां गूंजती हैै। इस इलाके में आम जिंदगी जीने की कल्पना करना फिलहाल मुश्किल है, क्योंकि ये पूरा इलाका नक्सलवाद के काले साए से पूरी तरह घिर चुका है। ....लेकिन! नक्सलवाद के काले साये से घिरे इस इलाके में महिलाओं ने उजाले की एक किरण जलाई है। हिम्मत दिखाई है नक्सलवाद के प्रभाव के बीच अपने 'कलÓ को संवारने की।
कोशिश की है सरकारी सिस्टम से खफा उग्रवादियों व शासन के बीच छिड़ी जंग के बीच अमन का रास्ता निकालने की। अगर इन महिलाओं की हिम्मत को जनप्रतिनिधियों की मदद मिली तो यह तय है कि नक्सलवाद की समस्या से जूझ रहे इन इलाकों का 'कलÓ कल्पना से कहीं बेहतर होगा। आप सोच रहे होंगे कि आखिर डुमरिया इलाके के गुड़ाबांधा थाना क्षेत्र की महिलाओं ने ऐसा क्या कर दिया, जिससे नक्सलवाद के साये का असर कम हो जाएगा...? तो आपको बता दें कि इस इलाके की महिलाओं ने नक्सलवाद के प्रभाव के कारण शिक्षा से दूर होते जा रहे अपने बच्चों को शैक्षणिक माहौल देने की पहल शुरू की है। एक ऐसी पहल जिससे उनके बच्चों को न सिर्फ अक्षर ज्ञान प्राप्त हो बल्कि नैतिक ज्ञान भी प्राप्त हो। खास बात यह कि स्कूल खोलने के लिए इन महिलाओं की पहल को अंजाम तक पहुंचाने के लिए क्षेत्र के ही एक बुजर्ग ने अपनी दो एकड़ जमीन स्कूल बनाने हेतु दान में देने की पेशकश कर दी है। अब इन्हें इंतजार है तो बस अपने सांसद अर्जुन मुंडा की मदद का। डुमरिया की इन जुझारू महिलाओं ने रविवार को बाकायदा मुंडा के आवास पहुंच कर पूर्व मुख्यमंत्री को जमीन का नक्शा दिखा कर उक्त स्थान पर कस्तूरबा गांधी उच्च विद्यालय खोलने में मदद मांगी। महिलाओं ने गुड़ाबांधा थाना क्षेत्र अंतर्गत खडिय़ाबान्दा में उक्त स्कूल खोलने की पेशकश की है। महिलाओं की स्वयं सहायता समूह 'मुंडारी समाज सुसार समितिÓ की खडिय़ाबांदा शाखा से जुड़ी इन महिलाओं में गमा मुंडा, करमी मुंडा, देवकू मुंडा, रईबरी मुंड़ा, गीतारानी मुंडा. मंजू रानी मुंडा समेत दर्जनों महिलाएं शामिल है।

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